शेयर मार्केट का गणित | मुनाफा कमाने का सटीक तरीका

शेयर बाजार में अधिक मुनाफा कमाने के लिए शेयर मार्केट का गणित समझना आवश्यक है। क्योंकि इसके गणित को समझ कर ही हम सही और सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले शेयर में पैसे लगा सकते हैं और अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।

तो अगर आप शेयर बाजार में नए निवेशक है और शेयर मार्केट का गणित जानना चाहते हैं तो आज का यह लेख आपके लिए ही है। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि मुनाफा कमाने का सटीक तरीका क्या है? तो आइये लेख को शुरू करें।

Share Market Knowledge In Hindi

शेयर मार्केट की मूल बातें

शेयर मार्केट के गणित को समझने से पहले हमें शेयर बाजार के कुछ Fundamental Concepts को समझना आवश्यक है। शेयर बाजार के कुछ बेसिक इस प्रकार हैं -:

  1. स्टॉक

स्टॉक को ही किसी कंपनी का शेयर कहा जाता है। जब आप किसी कंपनी का स्टॉक खरीदने हैं तो आप उसे कंपनी के शेयरधारक बन जाते हैं। और कंपनी की संपत्ति और मुनाफे में हिस्सेदारी रखते हैं।

  • स्टॉक प्राइस

स्टॉक प्राइस का मतलब किसी कंपनी में एक शेयर की कीमत है। यह कीमत बाजार में आपूर्ति और मांग से निर्धारित होती है।

यानी कि अगर किसी कंपनी के शेयर की मांग अधिक है तो उसका मूल्य अधिक होगा और अगर किसी कंपनी के शेयर की की मांग कम है तो मूल्य कम होगा।

  • बाजार पूंजीकरण

बाजार पूंजीकरण का मतलब Market Capitalization है। किसी कंपनी के बकाया शेयरों का कुल मूल्य ही बाजार पूंजीकरण कहलाता है। इसकी गणना स्टॉक की कीमत को शेयरों की संख्या से गुणा करके की जाती है।

  • लाभांश

लाभांश का मतलब Dividend होता है। कुछ कंपनियां लाभांश का भुगतान करके अपने मुनाफे को शेयरधारकों के साथ साझा करती है, जो कंपनी की आय का ही एक हिस्सा होता है।

  • रिस्क एंड रिवॉर्ड

शेयरों में निवेश करने से जोखिम यानी Risk भी मिलता है और साथ ही इनाम भी मिलते हैं। जो कि मुनाफे के रूप में होते हैं। शेयर बाजार और स्थिर होता है और आपके द्वारा किए गए निवेश का मूल्य ऊपर या नीचे जा सकता है।

शेयर मार्केट का गणित क्या है | Share Market ka Ganit

शेयर मार्केट का गणित समझने से पहले हमें इसके बेसिक को समझना आवश्यक था ताकि जब हम इसके गणित को समझने में कुछ शेयर बाजार के शब्दों का उपयोग करें तो आप उसे अच्छी तरह से समझ सके।

शेयर मार्केट के गणित से संबंधित कई सारी चीज आती है जैसे लाभ हानि की गणना करना रिटर्न की गणना करना, जोखिम और रिटर्न का संबंध बनाना,  इत्यादि। क्योंकि इन सभी चीजों की गणना करके ही आप अच्छे शेयरों में निवेश कर सकेंगे और मुनाफा कमा सकेंगे।

  1. रिसर्च और एनालिसिस

शेयर बाजार में सफलता पूर्वक निवेश करना पूरी तरह से रिसर्च और एनालिसिस पर आधारित होता है। आपको उन कंपनियों की जांच करनी चाहिए जिनमें आप रुचि रखते हैं।

और इससे पहले की आप उन कंपनियों के शेयर खरीदे आपको उन कंपनियों पर रिसर्च और एनालिसिस करना चाहिए।

नीचे दिए गए गणित को अपनाकर आप रिसर्च एंड एनालिसिस कर सकते हैं।

शेयर मार्केट के फायदे और नुकसान

Earnings Per Share (EPS) = (Net Income) / (Number of Outstanding Shares)

EPS के माध्यम से आपको यह पता चलता है कि कंपनी हर एक बकाया शेयर पर कितना लाभ कमाती है। एक High EPS अधिक लाभदायक कंपनी का संकेत देता है। लेकिन केवल EPS पर ही भरोसा करना सही नहीं है। कंपनी के ऊपर कर्ज, उसकी Growth Potential और Industry Trends जैसे कारकों पर भी विचार करना चाहिए।।

  • Diversification

अपने निवेश को Diversify करने का मतलब यह है कि आप अपने पैसे को विभिन्न प्रकार के शेयरों और इंडस्ट्री में लगा रहे हैं। यह किसी एक कंपनी या इंडस्ट्री के खराब प्रदर्शन के मामले में आपके सारे पैसे खोने के जोखिम को कम कर देता है।

अगर आपने पांच कंपनियों में पैसे लगाए हैं और उनमें से किसी एक कंपनी से आपको प्रॉफिट नहीं हुआ लेकिन बाकी चार कंपनी आपको प्रॉफिट देती है तो उसे कंपनी का Risk आप कम कर सकते हैं।

नीचे दिए गए Stock market mathematics के माध्यम से आप आसानी से Diversification को समझ सकेंगे।

Diversification = 1 – (1 – Risk of Stock A) * (1 – Risk of Stock B)

  • Return on Investment (ROI)

ROI एक कंपनी के शेयरधारकों के पैसे को अच्छे उपयोग के लिए रखने की क्षमता का एक क्लासिक मेथड है। यह आपको बताता है कि आपको अपने किए गए निवेश पर कितना प्रॉफिट मिल सकता है।

करना आप नीचे दिए गए फार्मूला के माध्यम से कर सकते हैं।

(Profit – Cost) / Cost

  • सस्ता खरीदना और महंगा बेचना

यह शेयर बाजार का निवेश का एक सुनहरा नियम है। इसकी Strategy के पीछे एक सरल गणित लगाया जाता है।

Profit = (Selling Price) – (Buying Price)

आप कम कीमत पर स्टॉक खरीदने हैं और उन्हें अधिक कीमत पर बेचकर लाभ कमाते हैं। निष्कर्ष यह है कि आप ऐसे शेयर को खरीदे जिसे आपको लगता है कि यह आगे अच्छा रिटर्न देने वाली है और अभी इसके मूल्य को कम आँका गया है।

  • Compounding Returns

Compounding Returns जिसे हम चक्रवृद्धि रिटर्न भी कहते हैं एक ऐसी अवधारणा है, जो आपके द्वारा किए गए निवेश को समय के साथ और भी ज्यादा रिटर्न देने की अनुमति प्रदान करती है। कंपाउंडिंग रिटर्न के लिए आप इस सूत्र का उपयोग कर सकते हैं। शेयर मार्केट का गणित –

Final Amount = Principal * (1 + Rate)^Time

  • रिस्क मैनेजमेंट

नुकसान से बचाना लाभ कमाने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। और रिस्क मैनेजमेंट आप Stop-loss order set करके कर सकते हैं। जो की आपकी किसी स्टॉक पर होने वाले नुकसान को सीमित कर देता है।

आप नीचे दिए गए गणित के माध्यम से शेयर बाजार में Stop Loss value निकाल सकते हैं।

Stop-Loss Price = (Buying Price) – (Maximum Acceptable Loss)

  • Time in Market

बाजार को पूरी तरह से स्वयं ही समय देना बहुत ही मुश्किल होता है। इसलिए आप पूरा समय देने की बजे बाजार में समय पर ध्यान दें।

यानी कि आप कितने समय तक शेयर बाजार में निवेश कर रहे हैं। बाजार में आप जितने ज्यादा समय के लिए निवेश करेंगे लाभ कमाने की संभावना उतनी ही अधिक हो जाती है।

आप नीचे दिए गए शेयर बाजार का गणित फॉर्मूला का उपयोग करके कुल रिटर्न निकाल सकते हैं।

Total Return = Initial Investment * (1 + Average Annual Return) ^ Years

इसके माध्यम से आप देख सकेंगे कि आप जितना अधिक निवेश करेंगे आपके लाभ की संभावना होती ही अधिक होगी।

शेयर मार्केट की पढाई कैसे करे

शेयर बाजार का टेक्निकल एनालिसिस और फंडामैंटल एनालिसिस

शेयर बाजार के गणित में Technical Analysis और Fundamental Analysis भी आता है। जिसे आपको समझाना बहुत ही जरूरी है। इसलिए यहां पर हम आपको कुछ टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

इस Analysis के माध्यम से आप अपने लिए सटीक शेयर चुन सकते हैं।

  1. तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis)

तकनीकी विश्लेषण एक ऐसी विधि है, जिसमें आप स्टॉक के मूल्य चार्ट को देखकर भविष्य में स्टॉक की कीमत कैसे बढ़ेगी या घटेगी यह अनुमान लगाते हैं। आप चार्ट पर पैटर्न खोजते हैं जो आपको बताते हैं कि स्टॉक वर्तमान में किस दिशा में जा रहा है।

तकनीकी विश्लेषण में उपयोग किए जाने वाले कुछ सामान्य पैटर्न में शामिल हैं:

  • ऊपर की ओर बढ़ता हुआ रुझान: यह एक पैटर्न है जिसमें स्टॉक की कीमत लगातार बढ़ रही है।
  • नीचे की ओर बढ़ता हुआ रुझान: यह एक पैटर्न है जिसमें स्टॉक की कीमत लगातार घट रही है.
  • साइडवेज मूवमेंट: यह एक पैटर्न है जिसमें स्टॉक की कीमत स्थिर है।

तकनीकी विश्लेषक इन पैटर्नों को पहचानने के लिए विभिन्न प्रकार के गणितीय संकेतकों का उपयोग करते हैं। कुछ सामान्य तकनीकी संकेतकों में शामिल हैं:

  • Moving Average: 

मूविंग एवरेज पिछले मूल्य डेटा को समतल करके रुझानों की पहचान करने का एक तरीका है।

  • Support and resistance levels: 

समर्थन और प्रतिरोध स्तर मूल्य स्तर हैं जहां खरीदारों और विक्रेताओं को बाजार में आने की अधिक संभावना है।,

  • Momentum indicators: 

मोमेंट्म इंडिकेटरस मूल्य आंदोलनों की गति और दिशा को मापते हैं।

  • मौलिक विश्लेषण (Fundamental Analysis)

मौलिक विश्लेषण एक ऐसी विधि है जिसमें आप किसी कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य का विश्लेषण करके भविष्य में स्टॉक की कीमत कैसे बढ़ेगी या घटेगी यह अनुमान लगाते हैं। आप कंपनी की लाभप्रदता, विकास क्षमता और वित्तीय जोखिम को देखते हैं।

मौलिक विश्लेषण में उपयोग किए जाने वाले कुछ सामान्य वित्तीय अनुपातों में शामिल हैं:

  • Price-to-earnings ratio (P/E ratio):

P/E Ratio की गणना कंपनी की कमाई से प्रति शेयर आय द्वारा स्टॉक मूल्य को विभाजित करके की जाती है। एक Low P/E Ratio इंगित करता है कि स्टॉक इसकी कमाई के सापेक्ष अंडरवैल्यूड है।

  • Price-to-book value ratio (P/B ratio): 

P/B Ratio की गणना कंपनी के बुक वैल्यू प्रति शेयर द्वारा स्टॉक मूल्य को विभाजित करके की जाती है। एक Low P/B ratio अनुपात इंगित करता है कि स्टॉक अपनी संपत्ति के सापेक्ष अंडरवैल्यूड है।

  • Return on Equity (ROE): 

ROE इस बात का एक उपाय है कि एक कंपनी कितनी कुशलता से मुनाफे को उत्पन्न करने के लिए अपने शेयरधारकों की इक्विटी का उपयोग कर रही है। एक high ROE इंगित करता है कि कंपनी अधिक लाभदायक है।

शेयर बाजार में मुनाफा कमाने का सटीक तरीका

हालांकि शेयर बाजार में मुनाफा कमाने का कोई भी एक सटीक तरीका नहीं है। लेकिन आप शेयर बाजार के गणित को अपना कर शेयर बाजार में मुनाफा कमा सकते हैं।

यहां पर हमने कुछ ऐसे तरीके बताए हैं जिसका उपयोग करके आप शेयर बाजार में मुनाफा कमाने की संभावना को बढ़ा सकते हैं।

लंबी अवधि के लिए निवेश करें:

शेयर बाजार अल्पावधि में अस्थिर हो सकता है, लेकिन यह ऐतिहासिक रूप से लंबी अवधि में ऊपर की ओर बढ़ गया है। जो निवेशक लंबी अवधि के लिए निवेश करते हैं, वे समय के साथ अपने निवेश को बढ़ते हुए देखने की अधिक संभावना रखते हैं।

अपना शोध करें:

किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले, अपने शोध को करना और कंपनी के व्यवसाय, उसके वित्तीय स्वास्थ्य और इसकी संभावनाओं को समझना महत्वपूर्ण है।

अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाएं:

विभिन्न कंपनियों और asset classes की एक किस्म में निवेश करके अपने निवेश पोर्टफोलियो में Diversification लाना महत्वपूर्ण है। यह आपके जोखिम को कम करने में मदद करता है, यदि कोई विशेष कंपनी या asset class underperforms हो।

भविष्य में बढ़ने वाले शेयर 2030

FAQ’s

क्या मुझे ट्रेडिंग के लिए गणित में अच्छा होना चाहिए?

जी नहीं, ट्रेडिंग के लिए आपको गणित में विशेषज्ञ होने की जरूरत नहीं है। हालांकि आपको शेयर बाजार के कुछ अवधारणाओं के बारे में जानना चाहिए।

शेयरों पर गणित कैसे करें?

शेयरों पर गणित करने के कई सारे तरीके हैं। आप इन तरीकों को अपना कर अपने लिए सही कंपनी के स्टॉक का चुनाव कर सकते हैं। इस लेख में हमने शेयर का गणित के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है।

आपको कैसे पता चलेगा कि शेयर की कीमत बढ़ेगी या घटेगा?

शेयर की कीमत घटने या बढ़ाने का अंदाजा आप टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस के माध्यम से लगा सकते हैं। इस लेख में हमने टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस के बारे में जानकारी दी है।

शेयर बाजार के पीछे का गणित क्या है?

Ans- शेयर मार्केट का गणित या होता है कि आपको इसमें ROI, Compound Return, Risk, इत्यादि की गणना करनी होती है। इस लेख में हमने इन सभी चीजों की गणना करने के लिए गणित को समझने का प्रयास किया है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने शेयर मार्केट का गणित क्या है औरइसके अलावा हमने ये भी जाना की मुनाफा कमाने का सटीक तरीका क्या होता है। उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको शेयर मार्केट से संबंधित कुछ ऐसे गणित के बारे में जानकारियां मिल पाई होंगे, जिसके माध्यम से आप अपने लिए सही शेयरों का चुनाव कर सकेंगे और अधिक मुनाफा कमा सकेंगे।

जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे। यदि आपके मन में इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के पूछ सकते हैं।

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