ट्रैपिंग ट्रेडिंग क्या होती है | What is Trapping in Trading

नमस्कार दोस्तों, क्या आपके साथ भी ऐसा हुआ है जब आप किसी trade में upward trend या downward trend मान कर enter करते हैं तो आपके enter होते ही आपके द्वारा लिए गए trade की कीमतें गिरने लगती है? और जैसे ही आप बेच देते हैं तो किमते फिर से बढ़ने लगती है? तो इसका मतलब ये है कि आप अपने ही trade मे trap हो चुके है। अब आपके मन में सवाल होगा कि आखिर trapping trading क्या होती है?

दोस्तों, यदि आप भी trap trading मे फंसते है तो आज का यह लेख आपके लिए महत्वपूर्ण होने वाला है, क्योंकि आज इस लेख के माध्यम से आप जानेंगे कि ट्रैपिंग ट्रेडिंग क्या होती है और trap होने से बचने की strategy के बारे मे भी जानेंगे। तो चलिए लेख शुरू करते हैं:-

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ट्रैपिंग ट्रेडिंग क्या होती है| What is trapping in Trading

जब आप किसी चार्ट पर breakout या breakdown मान कर trade में entry बना लेते हैं, परंतु वह false ब्रेकआउट या ब्रेकडाउन होता है, तो ऐसे मे आप trap हो जाते हैं।

मान लीजिए, आप option trading कर रहे हैं। आपको उसमें एक ब्रेक आउट या ब्रेकडाउन मिलता है और आप तुरंत ही trade मे entry बना लेते हैं। आपके एंट्री बनाते ही वह आपके अनुरूप काम नहीं करता बल्कि वहां से reversal ले लेता है, जिससे आपका Stoploss hit हो जाता है या फिर बड़ा नुकसान हो जाता है। इसे ही trapping trading कहते हैं।

Trap trading के प्रकार

  • Bull trap (बुल ट्रैप)
  • Bear trap (बियर ट्रैप)
  1. बुल ट्रैप

Bull trap ऐसी स्थिति होती है, जहां पर शेयर मार्केट में निवेशकों को लगता है कि stock की कीमत बढ़ने वाली है लेकिन वास्तव में वह गिर जाती है। एक प्रकार से यह सुरक्षा और आशावाद की झूठी भावना पैदा करता है जिसके कारण ट्रेड कर लेते हैं और परिणाम स्वरूप नुकसान हो सकता है।

जब ठीक जानकारी ना होने के कारण और बाजार प्रतिभागी, लालच, जैसी भावनाओं से प्रभावित हो फिर bull trap हो सकता है।

उदाहरण के लिए, यदि मार्केट में कोई अचानक से अफवाह या न्यूज़ आ जाती है तो स्टॉक के प्राइस अचानक बढ़ने लगते हैं और निवेशकों को लगता है कि अब price बढ़ना जारी रहेगा। हालांकि स्टॉक का प्राइस बाद में गिर जाता है, क्योंकि बाजार को पता चलता है कि खबर गलत थी।

Psychologically देखे, तो bull trap तब होते हैं जब bulls breakthrough लेवल से ऊपर रैली का समर्थन करने में असमर्थ होता है। यह प्रॉफिट बुकिंग के कारण हो सकता है। Volatility के कारण जब कीमत resistance से नीचे गिरती है तो bear market का निवेशक अवसर उठा सकते हैं जिससे आप का stop loss order hit हो सकता है।

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Bull trap से कैसे बचें | Bull trap trading strategy

  • अगर आप long term के लिए इन्वेस्ट करते हैं तो इसमें bull trap से बचने के लिए आपको पहले स्टॉक के बारे में analysis करना बहुत जरूरी हो जाता है। इसमें कंपनी के उद्योग की fundamental और technical health जरूर चेक कर लेना चाहिए।
  • यदि कोई शेयर फंडामेंटल रुप से strong है तो फ्यूचर में उसके ऊपर बढ़ने की संभावनाएं अधिक होती है। इसके अलावा निवेश का निर्णय लेते समय long term vision बनाए रखना और भावनाओं के प्रभाव के प्रति सचेत रहना महत्वपूर्ण है।
  • जब भी कोई intraday अर्थात शॉर्ट टर्म निवेश की बात करता है तो उसका bull trap में फंसने के अधिक चांसेस होते है। ऐसे में जब भी कोई ब्रेकआउट होता है तो breakout candle के वॉल्यूम पर ध्यान देना चाहिए। जब volume बहुत अधिक नहीं है तो इसे कमजोर breakout माना जाता है और इससे bull trap होने की accuracy की उच्च संभावना होती है।
  • यदि आप कभी bull trap में फंस भी जाते हैं तो अपने बड़े नुकसान को बचाने के लिए तुरंत trade से exit कर जाना चाहिए अर्थात stop loss का सम्मान करना चाहिए।
  • Bear trap (बियर ट्रैप )

Bear trap एक झूठा संकेत होता है जो यह बताता है कि शेयर बाजार में गिरावट आने वाली है। लेकिन मार्केट उसके उल्ट reverse कर जाती है और वह ऊपर की तरफ बढ़ने लगती है। बियर ट्रैप यानी भालू जाल एक ट्रेडिंग रणनीति है, जिसे शेयर बाजार में गिरावट का फायदा उठाने के लिए डिजाइन किया गया है।

Bear trap तब होता है जब बाजार सहभागी का का यह मानना होता है कि बाजार सूचकांक एक particular important price के बाद अच्छी गिरावट का अनुभव करने वाला है और यह अक्सर तब होता है जब बाजार मे लगातार मंदी का दौर चल रहा हो।

निवेशक यह अनुमान लगाते हुए कि किसी stock की कीमत घट जाएगी, तो वह stock को short कर देंगे या call option को sell कर देते हैं, परंतु उनकी उम्मीद के मुताबिक price नहीं गिरते हैं। तो इस प्रकार से वह bull trap मे फंस जाते हैं और बहुत सारा पैसा गवा देते हैं।

Bear trap से कैसे बचे | Bear trap trading strategy

  • मार्केट वॉल्यूम एक महत्वपूर्ण indicator है जो आपको पहले से bear trap की पहचान करने में मदद कर सकता है। बदलते हुए प्राइस को indicate करने के लिए जब एक शेयर की प्राइस नए high या low लेवल तक पहुंचती है तो बाजार की volume में काफी बदलाव होता है।
  • लेकिन अगर volume में उल्लेखनीय वृद्धि के बिना मूल्य में गिरावट है तो यह संभवत एक बियर ट्रैप है।
  • बियर ट्रैप से बचने में फ़ाइबोनैचि बैंड एक अन्य महत्वपूर्ण tool है। यह आपको bear trap होने का प्रारंभिक चेतावनी दे सकता है। यदि किसी शेयर की कीमत फ़ाइबोनैचि lines को पार नहीं करती है तो trend reversal शायद अकाल्पनिक है। यदि आप अचानक गिरावट का सामना करते हुए यह नहीं समझ पाते कि इसका क्या मतलब है तो आप indicator देख सकते हैं।
  • आप जब भी कोई trade ले तो उसमें स्टॉपलॉस जरूर रखें। यदि मार्केट बियर ट्रैप होता है तो स्टॉपलॉस आपके नुकसान को कम करने में मदद करेगा।
  • पैराबोलिक breakout का पीछा ना करें क्योंकि जब कीमत अधिक बढ़ जाती है तो इन high कीमतों को बनाए रखने के लिए कोई support नहीं होती है।

इसका मतलब है कि कीमत opposite direction में आसानी से उलट सकती है और आप bear trap मे फंस सकते हैं। तो इसीलिए आप ब्रेकआउट का पीछा करके trade ना लें।

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निष्कर्ष

दोस्तों, आज इस लेख के माध्यम से हमने जाना कि ट्रैपिंग ट्रेडिंग क्या होता है? हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। आप इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें।

अगर इस लेख से जुड़ा हुआ कोई भी प्रश्न आप हम से पूछना चाहते हैं या हमें कोई सुझाव देना चाहते है या फिर शेयर मार्केट से जुड़े किसी अन्य विषय पर जानकारी चाहते हैं, तो हमें कमेंट कर सकते हैं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। 

FAQ

Bull trap क्या है?

जब एक निवेशक को लगता है कि अब stock की कीमत बढ़ने वाली है, परंतु वह उसके उलट गिर जाती है तो वह bull trap हो जाता है।

Bear trap क्या है?

जब निवेशक को लगता है कि मार्केट गिरने वाला है और वह trade मे entry ले लेता है परंतु वहां से मार्केट बढ़ना शुरू कर देती है, तो वह bear trap हो जाता है।

Trapping से बचने के लिए क्या strategy use करनी चाहिए?

Candle volume check करे, SL का प्रयोग करे। अधिक जानकारी के लिए ऊपर के लेख को पढ़े।

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