ट्रेडिंग से लाखो कमाए | About Share Market in Hindi

आज के समय में भारत में स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना काफी ज्यादा लोकप्रिय हो गया है, जिसके कारण कुछ ऐसे लोग जिन्हें About Share Market In Hindi? के बारे में जानकारी नहीं है वह भी ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं और शेयर बाजार में निवेश करके लाभ कमाना चाहते हैं।

लेकिन ट्रेडिंग करने से पहले यह जानना बहुत ही जरूरी है कि about share market in hindi , तभी कोई भी व्यक्ति स्टॉक मार्केट से लाभ कमाने में सक्षम हो सकेगा। तो आइए आज के इस लेख में हम विस्तार पूर्वक स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग के बारे में चर्चा करते हैं।

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग क्या है | About Share Market In Hindi

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग को हम Stock Trading भी कहते हैं। ट्रेडिंग वह होता है जब दो लोगों के बीच में वस्तुओं या सेवाओं का आदान प्रदान किया जाता है। लेकिन Stock Trading हम उसे कहते हैं जब व्यापारियों के बीच में विभिन्न कंपनियों के शेयरों का आदान-प्रदान होता है।

यानी कि इन्वेस्टर/ ट्रेडर जब एक दूसरे से कई अलग-अलग कंपनियों के शेयरों का आदान प्रदान करते हैं तो यह स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना कहलाता है। Stock Trading शेयर बाजार में की जाती है।

स्टॉक मार्केट में जो भी व्यक्ति शेयरों की खरीद बिक्री करते हैं वह स्टॉक ट्रेडर या इन्वेस्टर कहलाते हैं।

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स्टॉक ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है?

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कई अलग-अलग तरह से की जाती है। यहां पर मुख्य रूप से 6 प्रकार के शेयर ट्रेडिंग होती है जिनके नाम इस प्रकार हैं –

1.   Day Trading

डे ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग भी कहते हैं। इसमें एक ही दिन में स्टॉक खरीदने और बेचने की प्रक्रिया शामिल है। इस प्रकार का व्यापार आमतौर पर प्रोफेशनल ट्रेडर्स द्वारा किया जाता है जिनके पास ट्रेडिंग से संबंधित उच्चतम स्किल होती है।

डे ट्रेडिंग High Risk  के साथ किया जाता है लेकिन इसके साथ इसमें High Reward भी शामिल है। डे ट्रेडिंग उन लोगों के लिए उपयुक्त नहीं है, जिन्होंने हाल ही में शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना शुरू किया है।

2.   Swing Trading

स्विंग ट्रेडिंग भी एक प्रकार का Stock Trading है, जिसमें एक निश्चित समय के लिए स्टॉक को रखना शामिल होता है। फिर उस स्टॉक को एक निश्चित प्राइस पर पहुंच जाने के बाद उसे बेचना शामिल होता है।

स्विंग ट्रेडर्स आमतौर पर कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक अपने पोर्टफोलियो में स्टॉक रखते हैं। स्विंग ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के तुलना में थोड़ा कम जोखिम भरा होता है लेकिन फिर भी इसमें थोड़ा सा रिस्क शामिल है।

3.   Position Trading

पोजीशन ट्रेडिंग भी एक प्रकार का शेयर ट्रेडिंग है जहां एक ट्रेडर लंबे समय तक स्टॉक को होल्ड करता है। यानी कि यहां पर ट्रेडर अपने स्टाफ को कई महीनों या वर्षों के लिए होल्ड रख सकता है।

यह एक प्रकार की Strategic Trading होती है जो उन निवेशकों द्वारा उपयोग की जाती है, जो शेयर बाजार में Long Term Investment करना चाहते हैं और समय के साथ अधिक लाभ कमाना चाहते हैं।

पोजीशन ट्रेडिंग करते समय निवेशकों को काफी ज्यादा रिसर्च करनी पड़ती है ताकि वह सही स्टॉक का चुनाव कर सकें।

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?

यह ट्रेडिंग उन लोगों के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है जो शेयर बाजार में नियमित रूप से ट्रेडिंग नहीं कर रहे हैं या फिर हाल ही में ट्रेडिंग करना शुरू किया है।

4.   Momentum Trading

मोमेंटम ट्रेडिंग भी एक प्रकार का शेयर ट्रेडिंग है जिसमें कोई ट्रेडर स्टॉक के घटने एवं बढ़ने का फायदा उठाता है। यानी कि यहां पर ट्रेडर स्टॉक प्राइस बढ़ने या स्टॉक प्राइस घटने दोनों ही समय पर ट्रेडिंग करता है।

जैसे अगर स्टॉक प्राइस बढ़ रहा है तो ट्रेडर अपने पास मौजूदा Stock को High Price पर बेच देता है और यदि किसी कंपनी का स्टॉक प्राइस घट रहा है तो ट्रेडर बेचने के लिए अपने पास काफी मात्रा में स्टॉक खरीद लेता है।

5.   Scalping

स्काल्पिंग को हम माइक्रो ट्रेडिंग भी कहते हैं। स्काल्पिंग ट्रेडिंग भी डे ट्रेडिंग के तरह ही कार्य करता है। यानी कि शेयर मार्केट के खुलने और शेयर मार्केट के बंद होने के बीच में ही या ट्रेडिंग की जाती है।

स्काल्पिंग ट्रेडिंग केवल कुछ मिनट एवं कुछ घंटों के लिए की जाती है, जहां पर ट्रेडर अलग-अलग स्टॉक में निवेश करता है और Stock को बेचकर मुनाफा कमाता है।

लेकिन डे ट्रेडिंग के तरह इसमें यह निश्चित नहीं होता कि आपको बाजार बंद होने से पहले अपनी पोजीशन को ऑफ करना होगा।

6.   Option Trading

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसा ट्रेडिंग होता है जहां पर ट्रेडर पूरे पैसे देकर स्टॉक नहीं खरीदता बल्कि अपने ब्रोकर को कुछ टोकन प्राइस देकर किसी कंपनी के स्टॉक को इस उम्मीद पर खरीद लेता है कि उस कंपनी के स्टॉक आने वाले समय में बढ़ेंगे।

इस ट्रेडिंग में ट्रेडर ब्रोकर को एक निश्चित अवधि के लिए किसी कंपनी के शेयरों को वर्तमान प्राइस पर ही होल्ड करने के लिए कहता है।

फिर बाद में जब वह निश्चित अवधि आ जाती है और कंपनी का स्टॉक प्राइस बढ़ जाता है तो ट्रेडर शेयरों को पिछले स्टॉक प्राइस पर खरीदकर वर्तमान मूल्य पर बेच देता है।

यह ट्रेडिंग उन लोगों के लिए बेहतर साबित हो सकती है जिनके पास अभी शेयर खरीदने के पूरे पैसे नहीं है लेकिन वह ट्रेडर को यह जानकारी है कि आने वाले समय में इस कंपनी के शेयर बढ़ जाएंगे।

Stock Trading के क्या लाभ हैं?

About Share Market In Hindi – जब भी स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने की बात आती है तो लोगों के मन में सबसे पहले यही विचार आता है कि यह पैसे कमाने का एक बेहतरीन विकल्प है। लेकिन इसके अलावा भी Stock Trading के कई सारे फायदे हैं जो कि इस प्रकार है

  • शेयर बाजार के माध्यम से आप अपने पैसे को बढ़ा सकते हैं और साथ ही लाभ कमा सकते हैं।
  • शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना पैसिव इनकम कमाने का एक बहुत ही शानदार तरीका है।
  • शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने से हमारे पोर्टफोलियो में भी काफी विविधता आती है और यह हम स्टॉक मार्केट को समझने में भी काफी मदद करता है।
  • शेयर बाजार में यदि हम ट्रेडिंग करते हैं तो हमें अलग से किसी भी बायर या सेलर को खोजना नहीं पड़ता बल्कि ऑनलाइन माध्यम से हम बिना किसी परेशानी के स्टाफ को खरीद या बेच सकते हैं।
  • स्टॉक बाजार में ट्रेडिंग करके हम ऐसी जगह पर निवेश कर सकते हैं जो हमारे पैसे खोने की जोखिम को कम करके हमारे पोर्टफोलियो को अधिक स्थिर बना सकता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे सीखें?

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग आसानी से सीखा जा सकता है। आजकल ऐसे कई सारी किताबें हैं जो हमें शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का सही तरीका बताती है और साथ ही कई टिप्स एवं ट्रिक्स भी बताती है जिससे कि हम अपने जोखिमों को कम करके ज्यादा से ज्यादा लाभ कमा सकते हैं।

इसके अलावा आप कुछ ऐसे Investors को फॉलो करें जिन्होंने अभी तक शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करके बहुत लाभ कमाया है। इसके माध्यम से आप उन्हें इन्वेस्टर की ट्रेडिंग करने की रणनीति को समझ सकेंगे।

लोगों के द्वारा पूछे गे सवाल

ट्रेडिंग क्या है और कैसे करते हैं?

जब दो लोगों के बीच में कितनी वस्तुओं या सेवाओं का आदान-प्रदान होता है तो वह ट्रेडिंग कहलाता है लेकिन स्टॉक मार्केट में जब कोई दो व्यापारी आपस में शेयरों की खरीद बिक्री करते हैं तो यह Stock Trading कहलाता है।

शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे करते हैं?

शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपना ट्रेडिंग अकाउंट खोलें और अपने पसंदीदा स्टॉक को चुनकर उसमें निवेश करें।

ट्रेडिंग के पांच प्रकार कौन से हैं?

ट्रेडिंग के पांच प्रकार में इंट्राडे ट्रेडिंग, स्काल्पिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, पोजिशन ट्रेडिंग और मोमेंटम ट्रेडिंग शामिल है। इन सभी व्यापार की पूरी जानकारी हमने इस लेख में बताई है।

ट्रेडिंग करने से पहले क्या करना चाहिए?

ट्रेडिंग करने से पहले हमें यह ध्यान देना चाहिए कि जिस कंपनी के शेयर की हम खरीद बिक्री करने वाले हैं उनसे हमें कितना लाभ हो सकता है। यानी कि सबसे पहले कंपनी के ऊपर रिसर्च करना ट्रेडिंग करने से पहले सबसे बड़ा काम है।

ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या अंतर है?

ट्रेडिंग में हम लॉन्ग टर्म और शार्ट हम दोनों ही समय के लिए ट्रेडिंग करते हैं जबकि इन्वेस्टिंग हम केवल लॉन्ग टर्म के लिए करते हैं। साथ ही इन्वेस्टिंग में बॉन्ड, फंड्ज, स्टॉक इत्यादि सभी चीजे शामिल होती है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने About Share Market In Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त करी है । उम्मीद है इस लेख के माध्यम से आपको Stock Trading के बारे में सभी basic जानकारियाँ मिल पायी होंगी। यदि आप stock trading से संबन्धित और भी  जानकारियाँ पाना चाहते है तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज़्यादा से ज़्यादा शेयर करें।

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