Mutual Funds Kya Hai | म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान

लोग म्युचुअल फंड में काफी तेजी से निवेश कर रहे हैं। और यह भारत में काफी ज्यादा लोकप्रिय भी हो रहा है। ऐसे में कुछ लोग जो म्युचुअल फंड में निवेश शुरू करना चाहते हैं वे जानना चाहते हैं कि म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान क्या है? ताकि वह उन्हें ध्यान में रखते हुए अपना निवेश कर सके।

इसलिए आज के इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान क्या है? साथ ही हम यह भी जानेंगे कि म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें तो लिए लेख को शुरू करते हैं।

क्या म्यूचुअल फंड में पैसा डूब सकता है

म्युचुअल फंड क्या है?

म्युचुअल फंड के फायदे और नुकसान जाने से पहले लिए हम इसके बारे में जान लेते हैं। म्युचुअल फंड एक प्रकार का निवेश है, जिसमें कई निवेशक एक साथ पैसा इकट्ठा करते हैं और उसे एक फंड मैनेजर द्वारा बाजार में निवेश किया जाता है।

यह फंड विभिन्न प्रकार की Assest में निवेश किए जाते हैं जैसे कि स्टॉक, बॉन्ड और कैश। म्युचुअल फंड निवेशकों को विभिन्न प्रकार के फाइनेंशियल गोल को प्राप्त करने में मदद करता है जिसमें सेविंग्स, रिटर्न इंक्रीज और रिटायरमेंट के लिए पैसे जमा करना शामिल है।

म्युचुअल फंड के फायदे और नुकसान क्या है?

म्युचुअल फंड के बारे में जान लेने के पश्चात लिए अब इसके फायदे और नुकसान को समझते हैं।

म्युचुअल फंड के फायदे

  1. विविधता

म्युचुअल फंड में निवेश करने से आपको अपने पैसे को विभिन्न प्रकार के स्टॉक बॉन्ड या अन्य सिक्योरिटी में निवेश कर सकते हैं। यह डायवर्सिफिकेशन आपके जोखिम को कम करती है।

यदि आपके द्वारा किए गए कई सारे निवेश में से कोई एक निवेश अच्छा परफॉर्मेंस नहीं करता है तो आपके द्वारा किए गए पूरे निवेश पर प्रभाव नहीं पड़ता है।

  • एक्सपर्ट मैनेजमेंट

म्युचुअल फंड का मैनेजमेंट कुछ Professional Experience मैनेजर द्वारा किया जाता है जिनके पास इन्वेस्टमेंट से संबंधित सभी निर्णय लेने का ज्ञान और कुशल है।

इन Professional Experience व्यक्ति को फंड मैनेजर कहा जाता है। यह फंड मैनेजर बाजार का एनालिसिस करते हैं और सभी के लिए सर्वोत्तम Investment ऑप्शन चुनते हैं।

आपके फ़ंड मैनेजर लगातार रिटर्न को बढ़ाने के लिए फंड के पोर्टफोलियो को Monitor और Adjust भी करते रहते हैं।

  • कम लागत

म्युचुअल फंड आपको कम लागत में ही निवेश करने की अनुमति देता है। आपके लिए किसी Individual stock या Bond में Invest करना थोड़ा महंगा साबित हो सकता है लेकिन अगर आप म्युचुअल फंड के माध्यम से इन सभी चीजों में निवेश करते हैं तो आपकी लागत कम होगी।

इसके कम लागत के माध्यम से कुछ छोटे इन्वेस्टर भी आसानी से फाइनेंशियल मार्केट में भाग ले सकते हैं और इन्वेस्ट कर सकते हैं। कोई भी व्यक्ति ₹500 से म्युचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कर सकता है। और साथ ही इसका मैनेजमेंट फीस एक प्रतिशत से 2.50% तक है।

  • लिक्विडिटी

लिक्विडिटी जिसे हम तरलता भी कहते हैं म्युचुअल फंड का सबसे बड़ा फायदा है। इसका मतलब यह है कि आप अपने म्युचुअल फंड यूनिट को आसानी से खरीद और बेच सकते हैं।

रियल स्टेट या फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे कुछ अन्य इन्वेस्टमेंट में जहां लोगों को खरीदने या बेचने मेंकाफी ज्यादा समय लगता है वही म्युचुअल फंड को फंड के Net Assets Value में अधिकांश Business days में खरीदा या बेचा जा सकता है।

पारदर्शिता

म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान- म्युचुअल फंड भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड द्वारा रेगुलेट किया जाता है। और उन्हें अपने Performance और Holdings पर नियमित रूप से रिपोर्ट भी प्रदान करनी होती है।

यह Transparency निवेशकों को यह जानने की अनुमति देता है कि उनका पैसा कहां निवेश किया गया है और उनका Investment कैसा Performance कर रहा है। यह चीज जानकर निवेशक अपने निवेश के बारे में सही निर्णय भी ले सकते हैं।

  • विकल्पों में विविधता

भारत में म्युचुअल फंड निवेश करने के लिए लोगों को विविधता प्रदान करती है। यानी कि निवेशक अपने सुविधा अनुसार Long Term के लिए इक्विटी फंड चुन सकते हैं या Stability के लिए Debt Fund चुन सकते हैं।

म्युचुअल फंड में यह विविधता निवेशकों को विभिन्न का चयन करने की अनुमति देता है जिनके माध्यम से वह अपने Financial Goal को पूरा कर सकते हैं।

  • टैक्स में लाभ

भारत में कुछ म्युचुअल फंड टैक्स बेनिफिट अंडर सेक्शन 80c के अंतर्गत लाभ प्रदान करते हैं। टैक्स सेविंग म्युचुअल फंड, जिसे Equity Linked Saving Scheme के रूप में भी जाना जाता है, मे निवेश करना निवेशकों के कर को बचाने में भी मदद कर सकता है।

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट कैसे करे

म्युचुअल फंड के नुकसान

म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान – जहां म्युचुअल फंड के कई सारे फायदे हैं वहीं इसके कई सारे नुकसान भी हैं।

  1. लागत और शुल्क

कुछ म्युचुअल फंड में High Fees होती है। म्युचुअल फंड विभिन्न प्रकार के फीस लेते हैं, जिसमें Expense ratio शामिल है। यह फीस Fund Management और Administration के लिए Annual fees है।

इसलिए कई बार इस तरह की फीस निवेशक के पूरे रिटर्न को कम भी कर देता है।

  • गारंटी रिटर्न नहीं होना

म्युचुअल फंड Guaranteed Return नहीं देते हैं। आपके निवेश का मूल्य बाजार की स्थितियों के साथ उतार-चढ़ाव कर सकता है। हालांकि Diversification आपके जोखिम को कम कर देता है लेकिन आपको नुकसान होना अभी भी संभव है।

  • Market Risk

म्युचुअल फंड फाइनेंशियल मार्केट में निवेश करते हैं जो बहुत ही ज्यादा और स्थिर होती है। Economic और Political factors के कारण स्टॉक और बॉन्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहता है जिससे कि म्युचुअल फंड का जोखिम बढ़ जाता है।

  • लॉक इन अवधि

म्युचुअल फंड में एक समय दिया जाता है जिसे पूरा होने के बाद ही आप अपना पैसा निकाल सकते हैं। लेकिन अगर आप उसे निश्चित तिथि के पहले पैसा निकालना चाहते हैं तो आपको यह सुविधा नहीं मिल सकेगी। और आपात स्थिति में आपको कई सारे Cost और Fees देने होंगे।

  • नियंत्रण की कमी

जब आप म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपका पैसा फंड मैनेजर के पास चला जाता है। आपके पास फंड के पोर्टफोलियो में व्यक्तिगत Securities पर सीधा नियंत्रण नहीं रह पाता है। जिसके कारण निवेशक अपने निवेश का निर्णय खुद नहीं ले पाते हैं।

  • एक्जिट लोड

कई म्युचुअल फंड में Exit Load होता है जो की एक तरह का फीस है। जब आप एक निश्चित अवधि के अंदर अपने म्युचुअल फंड यूनिट्स को भेजते हैं तब यह शुल्क लगाया जाता है। यह Short Term trading को Discourage  करता है और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग को बढ़ावा देता है।

तो यह कुछ म्युचुअल फंड के फायदे एवं नुकसान थे, जिसको ध्यान में रखते हुए आप इन फंड में निवेश कर सकते हैं।

FAQ’s

म्युचुअल फंड के क्या नुकसान है?

म्युचुअल फंड के कई सारे नुकसान है जैसे लागत, लॉक-इन अवधि, उतार चढ़ाव वाला रिटर्न इत्यादि।

म्युचुअल फंड में पैसा डूब जाता है क्या?

जी नहीं, ऐसा जरूरी नहीं है कि आपका पूरा पैसा म्युचुअल फंड में डूब जाएगा। अगर आप सही फंड में निवेश करते हैं तो आपको इसे काफी ज्यादा फायदा देखने को मिल सकता है।

कौन सा म्युचुअल फंड लेना सबसे अच्छा है?

लॉन्ग टर्म के लिए बेस्ट म्युचुअल फंड एचडीएफसी स्मॉल कैप फंड, टाटा रिटायरमेंट सेविंग फंड इत्यादि है।

म्युचुअल फंड से पैसा कब निकल सकते हैं?

ज्यादातर लोगों द्वारा यह सुझाव दिया जाता है कि 2 सालों की तुलना करके और उसके प्रदर्शन के आधार पर ही आप म्युचुअल फंड का पैसा निकल।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने जाना की म्युचुअल फंड के फायदे और नुकसान क्या है? उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको म्युचुअल फंड के कुछ प्रमुख फायदे और नुकसानों के बारे में सभी जानकारियां मिल पाई होंगे और आप इन्हें ध्यान में रखते हुए म्युचुअल फंड में निवेश कर सकेंगे।

यदि आपको शेयर मार्केट से संबंधित और भी जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं। यदि आपके मन में इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हैं तो कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के पूछ सकते हैं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।

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