दोस्तों, आज के इस लेख में हमने आपको बताया है की Udaipur Me Ghumne Ki Jagah 2022, Udaipur Ghumne Ki Jagah, Udaipur Ke Darshaniya Sthal, 20 उदयपुर दर्शनीय स्थल, Udaipur Mein Ghumne Ki Jagh, Udaipur Me Ghune Layak Jagah, उदयपुर में सबसे अच्छी जगह कौन सी है आदि.
Udaipur Me Ghune Layak Jagah
Udaipur में लोग इसलिए घूमने आते है क्योकि वहां पर वरिश बहुत कम होती है. आइये अब हम Udaipur Ghumne Ki Jagah के बारे में समझेंगे. उदैपुर में बहुत खुबसूरत जगह है जहाँ पर फिल्मों की शूटिंग भी होती है 1. बाहुबली हिल्स 2. मार्वल स्लरी पार्क आदि जगहों पर होती है.
फ़तेह सागर झील | Udaipur me Ghumne Ki Jagah
फ़तेह सागर झील बहुत ही सुन्दर है जो udaipur city को गौरवान्वित कर रहा है. उदयपुर की अन्य झीलों में से फ़तेह सागर झील को मुख्य माना गया है. इन झीलों का आकार नासपाती की तरह दीखता है.
Udaipur Me Ghumne Ki Jagah के बहुत से विकल्प है. लेक के बीच स्थित नेहरू गार्डन है यहाँ पहुचने के लिए नाव की सवारी का आनंद ले सकते है वहा चिड़िया घर और गार्डन दोनों सुन्दर जगहों का आनंद ले सकते है. फ़तेह सागर झील बिलकुल शांत वातावरण और नीले रंग की वजह से दुनिया भर में प्रसिद्द है
इस झील में 3 द्वीप स्थति है जिनके नाम-
- नेहरू गार्डन
- चिड़िया घर
- मोती मगरी
इनका निर्माण महाराजा फ़तेह सिंह के दोवारा करवाया था.
पिछौला झील
Udaipur Me Ghumne Ki Jagah – पिछोला झील दुनिया के सभी महंगे होटलों में से एक है जिसका नाम Taj Lake Palace है जो लेक के किनारे स्थित है यह काफी खुबसूरत होटल है. यह “ओवेरा उदय विलास” रॉयल होटल बहुत महंगा है ये करीब 50 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमे मुकेश अम्बानी के बेटे की शादी हुई थी.
उदयपुर के बिच में स्थित झीलों में हमेशा पानी भरा रहता है. यहाँ की सुन्दरता और बोटिंग आपको खुस कर देगी. पिछोला झील के पास में स्थित “The Leela Palaces” रॉयल होटल है जो 2006 में ट्रेवल प्लेस लेज़र मैगज़ीन ने udaipur शहर को विश्व के खूबसूरती देशों की list में रखा था.
यदि आप पिछौला झील में बोटिंग से घूमने जाते है तो उसका चार्ज –
- दिन के समय में घूमने का चार्ज 400 रूपए होता है.
- शाम के समय में घूमने का चार्ज 700 रूपए हो जाता है.
शिल्पग्राम
Udaipur Ghumne Ki Jagah- यह गांव उदयपुर में अरावली पहाड़ियो पर स्थित है जो कि एक शिल्पकारों का गांव है। इसमें कुल 26 झोपड़ियां है जो 8 एकड़ जमीन पर फैला है. इस गांव में आपको सिर्फ इन शिल्पकारों की कलाकारी और उनकी कौशल को देख सकेंगे. यह जगह उन लोगों के लिए बिलकुल सही है
जो कलाकारी में ज्यादा रुचि या देखना पसंद करता है. शिल्पग्राम में मेला लगता है जिसे हस्तशिल्प कहते है और अनेक प्रकार के हाथ से बुने गए कपडे,कढ़ाई और दर्पण के काम, हाथ से बनाए गए अनेक प्रकार की डिजाइन बाली चीजें भी दिखाई जाती है. यहां पर प्रतेक बर्ष हजारों विदेशी पर्यटकों का आना जाना भी होता है.
मोती मगरी
मोती नगर झील फतेह सागर के पास में स्थति है यहं की खूबसूरती को देखने केर लिए दूर-दूर के पर्यट आते है. आप यहा पर महाराणा प्रताप का स्टेचू और झील की खूबसूरती को देख सकते है और साथ ही झील में आप नार्मल बोट और स्पीड बोट दोनों पर बैठ के आनन्द ले सकते है. यदि आप फ़ास्ट फ़ूड खाना चाहते है तो मोती नगर में पास बॉम्बे मार्केट में स्ट्रीट फ़ूड का स्वाद ले सकते है.
Udaipur Me Ghune Layak Jagah- मोती मगरी लेक के पास में मछलीघर है जिसे भारत का सबसे बड़ा fish aquarium माना जाता है जिसना नाम Under the sun है. इसमे आपको 150 प्रजाति की मछलियों के आलावा भी बहुत से समुंद्री जीवों को देखने को मिलेगा.
बाहुबली हिल्सम, बड़ी झील
उदयपुर से 14 किलोमीटर की दुराई पर एक काफी बड़ी झील है को पूरी तरह से मानव निर्मित है. इस बाहुबली हिल्सम को उदयपुर की सबसे बेहतरीन पर्यटन स्थलों में से मानी जाती है. इस नय युग के युबाओ को यह जगह अपनी ओर बहुत आकर्षित करती है. बाहुबली हिल्सम अरावली पहाड़ियों से ढकी हुई है जो बहुत ही महशूर है.
यहाँ पर हमेशा ही बहुत से लवर्स आते रहते है प्यार करने बाले व्यक्ति के साथ कुछ लम्हो को यादगार के लिए फोटो में समेट कर ला जाते है. इस झील का पानी हमेशा ताजा और स्वच्छ रहता है. यह इतना सुन्दर है की आने बाले मन्त्र मुग्ध भी हो जाते है.
बाहुबली झील का निर्माण अकाल से बचने के लिए महाराजा राज सिंह ने 1652 से 1680 के अन्दर कराया था. महाराणा राज सिंह की माता का नाम जान देवी था इसलिए उन्होंने उस झील का नाम जयन सागर रखा था.
- बाहुबली झील को देखने के लिय 10 रुपय का टिकेट लगता है
- आप इसमें सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक ही घूम सकते है
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उदयपुर दर्शनीय स्थल | Udaipur ke Darshaniya Sthal
अब हम Udaipur ke Darshaniya Sthal के बारे में समझेंगे. सबसे पहले हम जगदीश टेम्पल के बारे में जानेंगे की यह मंदिर कहां कर कैसा है. Udaipur Me Ghumne Ki Jagah 2022, Udaipur Ghumne Ki Jagah
जगदीश टेम्पल
यह मंदिर उदयपुर शहर से 3 किलोमीटर दूर स्थित है उदयपुर शहर में बहुत से प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है. इस मंदिर की निर्माण सन 1651 इसवी में उदयपुर जिले में स्थापित किया गया था. जगदीश मंदिर महाराणा जगत सिंह के दोवारा बनबाया गया था.
जगदीश मंदिर में किस देवी\देवता की पूजा होती है.
इस मंदिर में धर्म के देवता श्री हरि विष्णु यानी लक्ष्मीनारायण की पूजा होती है. इनकी मूर्ति को काले पत्थर के दोवारा बनाया गया है.जगदीश मंदिर में श्री हरि विष्णु के साथ-साथ माता पार्वती, गणेश जी, भोलेनाथ जी, सूर्य देव की मूर्तियां स्थापित है. यदि आप इनके दर्शन करना चाहेंगे तो संगमरमर से बनी हुई 32 सीढियां को पार करना होता है.
उदयपुर के इस जगदीश मंदिर का नाम दूर-दूर तक प्रसिद्द है और इनके दर्शन करने के लिए भरी मात्रा मे पर्यटक आते है. इस मंदिर में दर्शन का समय सुबह के 4:15 बजे से दोपहर के 1:00 बजे तक होते है. और दूसरा समय शाम के 5:15 से रात के 8 बजे तक होते है.
करणी माता मंदिर
उदयपुर में अरावली पर्वत पर करणी माता का मंदिर स्थित है और यह बहुत ही प्रसिद्ध है. माता के दर्शन करने के लिए आपको 15-20 मिनट तक पैदल चलना होगा. यदि आप पैदल चलना नहीं चाहते है तो आप ropway के दोवारा भी जाकर उनके दर्शन कर सकते है.
Ropway के दोवारा जाने पर अरावली पर्वत का खुबसूरत नजारा देखने को मिलेगा. लोग बोलते है की यहाँ पर मांगी हुई मनोकामना पूरी हो जाती है इसलिए यह मंदिर को श्री मंशापूर्ण करणी माता मंदिर के नाम से भी जानते है. माता को करणीजी एवं नारी बाई के नाम से भी प्रचलित है.
इस मंदिर की स्थापना महाराणा कर्ण सिंह के दोवारा सन 1620 और 1628 के बीच में हुई थी. करणी माता के 2 बार दर्शन करना बहुत शुभ माना जाता है. जो भी सुबह और साम दोनों समय दर्शन करता है तो माता रानी उनकी मदद करती है और उनके सपनो को पूरा करने में भी मदद करती है.
अम्बा माता मंदिर
अम्बामाता मन्दिर राजस्थान के उदयपुर जिले में स्थित है यह काफी प्रसिद्ध मंदिर है जिसे राजस्थान के राजा सिंह ने बनबाया था. इस मंदिर को सफ़ेद संगमरमर से बनाया था, जिसकी बजह से अम्बा माताजी मंदिर दिखने में काफी बेहतरीन है. सुना जाता है की जब महाराणा राज सिंह 1652 से 1680 में आँखों में बीमारी हो गई थी, इस बीमारी का इलाज राज्य का कोई वैद्य भी नहीं कर पाया था.
तब राजा को किसी ने सलह दी की गुजरात के अर्बुनदछा पहाड़ी में अम्बामाता का मन्दिर है जहाँ पर आपको एक बार जाकर दर्शन जरुर करना चाहिए. तब महाराणा राज सिंह गुजरात के उस मंदिर में गय थे. इसके बाद में महाराणा राज सिंह को सपने आने लगे. सपने में माता ने मंदिर को बनबाने को कहा था.
माउंट आबू
अब हम माउंट आबू की बात करते है. माउंट आबू उदयपुर से लगभग 164 किलोमीटर है. यह राजस्थान का हिल स्टेशन सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जिसकी खूबसूरती की बजह से दूर-दूर लोग घूमने के लिए आते है. यहाँ पर बहुत शांत बातावरण और काफी हरा भरा माहौल है. माउंटआबू समुद्र तल से 1200 मीटर ऊपर है. (उदयपुर दर्शनीय स्थल ( Udaipur ke Darshaniya Sthal)
Sajjangarh Palace (Mansoon Palace)
Udaipur Me Ghumne Ki Jagah- अब हम sajjangarh palace के बारे में जान लेते है इस palace को कब और किसने बनबाया था. इस palace को राजा महाराणा सज्जन सिंह ने 1884 में बनबाया था. इस palace को बरसात के समय बादलों को देखने के उद्देश्य से बनवाया था, जिसको लोक मानसून पैलेस के नाम से भी जाना जाता है.
इस सज्जनगढ़ पैलेस का नाम महाराणा सज्जन सिंह के नाम पर रखा था. यह palace उदयपुर के पश्चिम में बंसदारा पहाड़ी में स्थित है. इस palace की बहुत अधिक ऊचाई है जो उदयपुर की सबसे ऊची जगह है. यह इतना खुबसूरत है की इसे देखने के लिए बहुत अधिक पर्यटक आते है. महाराणा सज्जन सिंह की मौत के बाद इस palace का पूरी तरह निर्माण उनके उत्तराधिकार राजा फतेह सिंह ने पूरा कराया था.
गुलाब बाग़ और चिड़ियाघर
दोस्तों, आप सोच रह होंगे की बगीचे का नाम गुलाब बाग़ कैसे पड़ा और किसने बनबाया था? इस बाग का निर्माण महाराणा फतेह सिंह ने करवाया था और इस बाग का नाम गुलाब बाग इसलिए पड़ा क्योकि इसमें अधिक मात्र में गुलाब के फुल है. इसके आलावा ये एक चिड़िया घर भी है जिसे भारत का प्रसिद्ध और पुराना चिड़िया घर माना जाता है. इसमें बहुत ही सुन्दरता देखने को मिलेगी.Udaipur Me Ghumne Ki Jagah
उदयपुर में घूमने की जगह कौन सी है?
उदयपुर Vintage Car Museum
उदयपुर से 4 किलोमीटर की दुरी पर विंटेज कार संग्रालय स्थित है. यह काफी प्राचीन और प्रसिद्ध स्थल है. यहाँ पर आपको पुरानी और दुर्लभ कारों को देखने को मिलेगा. इस म्यूजियम की सुरुआत 15 फरबरी 2000 को हुई थी. आप यहाँ पर रोल्स -रोयस फैंटम कार को देख सकते है.
यह भी उदयपुर की काफी प्रसिद्ध और पर्यटक स्थल है. इस संग्रहालय से बच्चो को काफी ज्ञान देने बाली जगह है. इसके खुलने का समय सुबह 9 बजे से शाम 9 बजे तक open रहता है. इस जगह की एंट्री फीस बच्चों के लिए 150 रुपय है और वयस्को के लिए 250 रुपय प्रतेक व्यक्ति है..
उदयपुर घूमने का सही समय क्या है?
यदि आप उदयपुर घूमने का प्लान बना रह है तो आपको पता होना चाहिए की किस समय और कहां पर घूमने का सही समय रहता है. लेकिन उदयपुर घूमने के लिए सही समय अक्टूबर और मार्च है क्योकि इन महीनो में यहाँ का मौसम बहुत प्यारा रहता है.
राजस्थान छेत्र में काफी गर्मी पड़ती है इसलिए मार्च से पहले जाना सही रहगा. हनीमून के लिए सबसे बेहतरीन ठंडी का समय होता है. हनीमून के लिए ठंडी के समय या फिर ठंडी जगह जाना चाहिए.
गर्मी का मोसूम – राजस्थान रेगिस्थान की बजह से उदयपुर में सूखा और गर्मी का अनुभव होता है. यहाँ पर गर्मी का तापमान 45 से 40 डिग्री सेल्सियस तक हमेशा रहता है.
मानसून का मौसम – उदयपुर में जुलाई और सितंबर के महीने में मानसून रहता है. यहाँ पर घूमने का सही समय यही है मानसून के समय 25 से 35 डिग्री सेल्सियस तक रहता है. इसलिए पर्यटकों को बारिश के समय घूमने में दिक्कत होगी.
सर्दी का मौसम – उदयपुर में ठंड के मौसम में अक्टूबर से मार्च तक 10 से 25 डिग्री सेल्सियस तक होता है. सर्दी के मौसम में यहाँ पर घूमने के लिए बहुत अच्छा समय होता है. आप चाहे तो सर्दी के मौसम में उदयपुर घूमने के लिए आ सकते है.
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