आज के इस लेख में हम आपको सयंमेट्रिकल ट्रायंगल पैटर्न, Symmetrical Triangle chart Patterns In Hindi, डेसेंडिंग ट्रायंगल, Descending Triangle Pattern In Hindi, असेंडिंग ट्रायंगल, Ascending Triangle Pattern In Hindi, ट्राईएंगल पैटर्न, Triangle Pattern In Hindi आदि के बारे में बताया है। आमतौर में चार्ट पैटर्न का इस्तमाल नए और पुराने सभी ट्रेडर करते है।
एक ट्रेडर चार्ट की मदद से मार्केट में शेयर की कीमत के बढ़ने या घटने वाले ट्रेंड को पहचानता है। ट्रायंगल समय के साथ – साथ टाइट होने लगता है इसमें bears और bulls के बीच में झगड़ा होता है। ट्रिंगल चार्ट पैटर्न से हमे साफ पता लगता है की कीमत किस दिशा में जाएगी। अब इस लेख में Triangle Chart Pattern analysis in Hindi के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगे।
इस पैटर्न से पता लगता है की मार्केट लगातार आगे बढ़ता रहेगा या रिवर्सल होगा। Triangle chart patterns बनने के बाद भी पहले के ट्रेंड को लगातार बनेगा । चार्ट पर बन रह पैटर्न पर breakout हुआ तो समझो Triangle chart patterns बन गया है जिसके बाद ट्रेड लें।
सभी ट्रेडर को एक बात याद रखनी चाहिए, आपको जब तक ब्रेकआउट नही दिखाई दे तब तक ट्रेड ना लें। यह पैटर्न तब माना जाएगा जब तक कीमत सपोर्ट और रेजिस्टेंस को 4,5 बार स्पर्श ना कर ले। Triangle chart Patterns In Hindi
ट्राईएंगल पैटर्न | Triangle Chart Patterns In Hindi
Triangle Patterns in Hindi – ट्राईएंगल पैटर्न बनने पर स्टॉक की कीमत 4,5 बार Uptrend और Downtrend में बनते–बनते सिकुड़ने लगती है। इसका संकेत मार्केट का लगातार ऊपर या नीचे जाना होता है।
Triangle Patterns तीन प्रकार के होते हैं-
- Ascending Triangle
- Descending Triangle
- Symmetrical Triangle
असेंडिंग ट्रायंगल | Ascending Triangle Pattern in Hindi
इस Ascending triangle को हिन्दी में आरोही ट्रायंगल बोलते है। जब यह पैटर्न एक फॉर्म में जाता है तब कीमत higher low और फिर एक समान हाई बनाते है। Ascending Triangle सामान्य तौर पर अपट्रेंड में बनता है यह एक कन्टीनुअशन पैटर्न है। जिसकी वजह से किसी निश्चित कीमत पर बायर्स ज्यादा अधिक तेजी नही ला पाते है लेकिन फिर भी वह कीमत को धीरे–धीरे धकेल कर ऊपर ले जाते है।
यदि जब भी यह पैटर्न down trend में बदलता है तो ये काफी पावरफुल रिवर्सल सिग्नल होता है। जैसा कि आप इमेज में देख सकते है की बायर्स कमजोर पड़ रह है जिसकी वजह से वे हायर लो बना रह है। ये दुबारा रेजिस्टेंस लेवल पर हावी होते है और जब वह रेजिस्टेंस को तोड़ देते है तो ब्रेकआउट हो जाता है।
35 कैंडलस्टिक पैटर्न
कई बार ऐसा होता है कि रेजिस्टेंस लेवल बहुत स्ट्रॉन्ग होता है इसलिए कीमत दूसरी तरफ भी घूम सकती है। इसलिए आपको दोनो तरफ के लिए तैयार रहना चाहिए। आपको तो ट्रेंड में एंट्री लेनी होती है ऑर्डर रेजिस्टेंस लेवल के ऊपर लेना चाहिए। कीमत ऊपर या नीचे जिस तरफ घूमे आपको उसी तरफ एंट्री लेनी चाहिए। इन सबसे ज्यादा जरूरी stop–loss लगाना चाहिए।
डेसेंडिंग ट्रायंगल | Descending Triangle Pattern in Hindi
यह पैटर्न तब बनता है जब पैटर्न lower high बनाते है इसके सभी lower level एक ही सीमा पर टच होते है. यह pattern downtrend में बनता है. यदि जब भी यह pattern डाउनट्रेंड की तरफ बने तो सतर्क रह. डेसेंडिंग पैटर्न काफी शक्तिशाली सिग्नल देता है, जो यह कॉन्टिनुएशन पैटर्न है.
Descending triangle pattern बनने पर buyer’s का दबाव कम होने लगता है और सेलर कीमत को निचे ले जाते है जिसके बाद में buyers अधिक तेजी से कीमत को ऊपर ले जाते है. यह किसी सुपोर्ट या resistance को तोड़कर किसी भी दिशा में जा सकता है. यह pattern बनने के बाद अपने सपोर्ट को तोड़कर काफी निचे कीमत गिर जाती है.
इस pattern का उल्टा ascending triangle pattern होता है. Descending triangle pattern पर कब ट्रेड लेनी चाहिए? आपको pattern को अच्छे से देखना होगा की क्या ये 4 बार सपोर्ट पर टच हुआ या नहीं. सपोर्ट को तोड़ते ही उस पहली कैंडल पर ट्रेड लेनी है. आपको टारगेट हाईएस्ट पॉइंट के आस-पास कीमत पर रखना चाहिए. आपको stop-loss निचे रखना होगा.
इस पैटर्न से 5 लाख प्रॉफिट
सयंमेट्रिकल ट्रायंगल पैटर्न | Symmetrical Triangle Pattern in Hindi
यह pattern तब बनता है जब कीमत हाई लो फिर हाई लो बनाती है शेयर की कीमत कोई निश्चित दिशा की तरफ जाने के लिए कोई संकेत नहीं मिलता है कीमत एक रेंज में रहती है. इस pattern में buyers और सेलर के बीच में झगड़ा होता है. इसमें कोई भी कीमत पर अच्छे से कंट्रोल नहीं कर पाता है.
यदि Symmetrical Triangle Pattern बन रहा होता है तो कुछ देर तक एक रेंज में निचे की तरफ जा रहा होता है उसके बाद buyers मार्किट में एंट्री लेते ही ये अपट्रेंड में चला जाता है. यह pattern भी कोटिनुएशन पैटर्न है लेकिन इसके काफी चांस रिवर्सल होने के भी होते है. यह किसी भी तरफ जा सकता है. इसमे आपको ब्रेकआउट होने का इन्तजार करना होता है.
बिना ब्रेकआउट हुए आपको ट्रेड नहीं लेनी है. Symmetrical Triangle Pattern में सेलर और buyers दोनों ही होते है. यह ट्रेडर कीमत को अपनी-अपनी ओर ली जाने की कोशिश करते है जब तक की किसी भी दिशा में ब्रेकआउट नहीं हो जाता है.
निष्कर्ष
आज के इस लेख में हमने आपको Triangle chart patterns, symmetrical triangle pattern in hindi, सयंमेट्रिकल ट्रायंगल पैटर्न आदि के बारे में पूरी जानकारी दी है. यदि आपको इस लेख से सम्बंधित कोई सवाल पूछना है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है.