Swing Trading कैसे करे | What is Swing Trading in Hindi

आज के इस लेख में हम आपको What is Swing Trading in Hindi के बारे में पूरी जानकारी दी है। जिस किसी को नहीं पता है की स्विंग ट्रेडिंग क्या है ? उसे इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए। लंबे समय के निवेश के लिए अधिक रिटर्न मिलता है लेकिन इंतजार भी अधिक करना होता है । कई बार तो 4–5 वर्ष का इंतजार भी करना होता है। इसमें रिस्क रेश्यो भी कम होता है लेकिन निवेश के लिए अधिक पैसों की जरूरत होती है।

What is Swing Trading in Hindi

स्विंग ट्रेडिंग के केवल एक ही उद्देश है की शेयर की कीमत को गिराबट या बढ़ोतरी को देखकर अपनी पोजीशन को होल्ड करना होता है।  इसका समय 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों और तक का होता है। लेकिन लंबे समय के निवेशों में अधिक मुनाफा  कमाने के लिए अधिक समय तक इंतजार करना होता है।

Swing trading के माध्यम से  निवेशक छोटे–छोटे मुनाफा प्राप्त करते है क्योंकि कम अवधि में अच्छा मुनाफा कमा सकते है। मार्किट में शेयर की कीमत का अनुमान लगाने के लिए ज्यादातर सभी ट्रेडर टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करते है जिससे हमे शेयर की सही स्थिति का अनुमान लग जाता है।

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स्विंग ट्रेडिंग करते समय क्या देखना चाहिए?

स्विंग ट्रेडिंग करने से पहले कुछ चीजों को देखना अनिवार्य है जिसके वजह से ही ट्रेडिंग में मुनाफा कमा सकते है।

  • ट्रेंड देखना
  • पिछले दिन का चार्ट
  • चार्ट पैटर्न
  • Global Market
  • Support और Ressistance

1. ट्रेंड देखना

सबसे पहले आपको ट्रेंड देखना होगा कि मार्केट किस डायरेक्शन में जा रही है। आप सबसे पहले 1 दिन के चार्ट को देखो , इसके बाद 4 घंटे के चार्ट को देखे, इसके बाद 1 घटने के चार्ट देखें, इसके बाद 15 मिनट का चार्ट देखें और फिर 5 मिनट का चार्ट देखें। आपको 1 दिन के चार्ट को छोड़कर सभी में यह देखना होगा कि कहां पर rectangle और trendline बन सकती है।

2. पिछले दिन का चार्ट

इतना करने के बाद आप पिछले दिन का चार्ट देखें क्या उसमे market sideways, UP trend या down trned थी। इसके बाद आपको Support और Ressistance की मदद से लेवल निकालने है। अगर मार्केट lower low को तोड़कर नीचे जा रहा है तो समझो मार्केट में सेलिंग का सिनेरियो बन गया है अब bearish का कंट्रोल हो चुका है।

3. चार्ट पैटर्न

अब चार्ट में आपको क्या देखना होता है, चार्ट में आपको चार्ट पेटर्न देखने होते है। सभी ट्रेडर्स का चार्ट को देखने का अपना नजरिया होता है, कुछ लोग पैटर्न बनने पर ट्रेड करते है और कुछ लोग ट्रेंडलाइन को फॉलो करते है और कुछ लोग breakdown, breakout पर ट्रेड लेते है।

4. Global Market

जितने भी ने ट्रेडर्स होते है वह बिना किसी एनालिसिस के ही ट्रेड करने लगते है, जिसकी वजह से उनको अच्छा नुकसान होता है। Global Market में आपको US MARKETS , ASIAN MARKETS और EUROPEAN MARKETS देखना है। यह सब आपको  गूगल पर global Market सर्च करने पर moneycontrol.com साइट पर जाकर देख सकते है।

यदि ग्लोबल मार्केट में इन 3 मार्केट में very bulish का संकेत दिया तो , इसका मतलब मार्केट में बायर्स की अच्छी मजबूती आ सकती है, और यदि very bearish का संकेत दिया तो , इसका मतलब है कि मार्केट गिरने बाली है मार्केट पर सेलर्स की मजबूती है।

5.Support और Ressistance

ट्रेड लेने से पहले सभी Support और Ressistance लगाए। इससे आपको काफी अच्छा संकेत मिलता है कि मार्केट bulish जा सकती है या bearish जा सकती है।  यदि यदि मार्केट सपोर्ट को तोड़कर कुछ देर सस्टेन करती है तो समझो की मार्केट bearish हो जाएगी। इसी तरह यदि मार्केट अपने Ressistance को तोड़कर कुछ देर सस्टेन करके अपने हाई को तोड़ती है तो समझो मार्केट में bulish हो जाता है।

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स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे

Swing trading करने के लिए आपको सबसे पहले अकाउंट खोलना होगा। कुछ कंपनियां डेमो अकाउंट भी देती है जिसके उपयोग से ट्रेडिंग को समझने में आसानी होती है और लाइव ट्रेडिंग करने से पहले कुछ अनुभव भी हो जाता है।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के बाद एनालिसिस की जरूरत होती है, इसमें मदद के लिए financial tools उपलब्ध होते है जिससे हमे उचित रास्ता मिलता है। What Is Swing Trading In Hindi में पूरी जानकारी.

स्विंग ट्रैडिंग के लिए शेयर कैसे चुने ?

जब आप समझ चुके है की Swing trading in Hindi क्या है। अब आप अपनी जरूरत के हिसाब से जोखिम उठाने के लिए तैयार हो जाएं , क्योंकि अब आपको एक ऐसे शेयर की खोज करनी होगी जो आपके रिस्क सहने के हिसाब से हो।

रिस्क मैनेज कैसे करे | What Is Swing Trading In Hindi

ऐसा जरूरी नहीं हैं कि आपके द्वारा लिया गया निर्णय सही साबित हो और आपको हमेशा मुनाफा हो, कई बार आपका अनुमान और स्ट्रेटजी अचानक उलट जाती है। आपको अपनी financial risk के अनुसार मुनाफा और हानि दोनों के लिए तैयार रहना चाहिए।

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What is Swing Trading in Hindi

आपको अपने शेयर की कीमत को समय–समय पर देखते रहना है कि का वह अच्छा प्रदर्शन कर रहा है या नही। फायदा दिखते ही मार्केट से शेयर को बेचकर बाहर निकलना ठीक रहता है क्योंकि ज्यादा कीमत बढ़ने के लालच में नुकसान भी हो जाता है। मार्केट में लाभ के अलावा नुकसान भी होता है कभी–कभी नुकसान होने के बाद भी मार्केट से शेयर को बेचकर बाहर निकलना होता है।
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स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?

What Is Swing Trading In Hindi – मार्केट ट्रेडिंग के लिए बेहतरी स्टॉक को कैसे चुने। ज्यादातर ट्रेडर्स मार्केट की स्थिति के अनुसार ही शेयर को खरीदते हैं। स्विंग ट्रेडिंग के लिए एक अच्छे स्टॉक को चुनने के लिए, आपको उससे जुड़ी हुई सभी खबरों पर ध्यान देना होगा। आपकी पूरी कोशिश हो कि शेयर अच्छा प्रदर्शन करता हो।

मार्केट ट्रेंड : बहुत से ऐसे ट्रेडर होते है जो मार्केट  के ट्रेंड के अनुसार ही शेयर को चुनते है। कंपनी की स्थति जानने के लिए, उससे जुड़ी हुई सभी खबरों को समझना होगा। स्टॉक को किसी भी तरह से चुने लेकिन वह प्रदर्शन अच्छा कर रहा होना चाहिए।

लिक्विडिटी स्टॉक : इस लिक्विडिटी स्टॉक का मतलब होता है कि वह शेयर जो ट्रेडिंग मार्केट में अधिक मात्रा में खरीदे या बेचे जाते है। इनका प्रदर्शन कुछ इस तरह का होता है कि मार्केट में उस शेयर की जरूरत काफी अधिक है। बेहतर लिक्विडिटी वाले शेयर में कम मात्रा में रिस्क होता है।

दूसरे स्टॉक के साथ तुलना:

What Is Swing Trading In Hindi – बेहतर स्टॉक को चुनने के लिए, आपको उसी सेक्टर से संबंधित अन्य स्टॉक के साथ तुलना करनी होती है इससे हमे ये पता लगता है कि किस शेयर का प्रदर्शन अच्छा है और किसका खराब है

स्टॉक का ट्रैडिंग पैटर्न जरूर देखे : आपको जिस स्टॉक का प्रदर्शन अच्छा लग रहा हो, उसके बाद आप स्टॉक के पुराने ट्रेंडिंग पैटर्न को  देखना काफी जरूरी होता है इससे हमे stock के भविष्य में कीमत के उतार-चढ़ाव के बारे में अनुमान लग जाता है। एक चीज और देखनी है शेयर की कीमत में थोड़ा ज्यादा उतार-चढ़ाव होगा तो समझो शेयर उतना ही अच्छा होता है।

कम बदलाव वाले स्टॉक: कुछ ट्रेडर अधिक उतार-चढ़ाव वाले शेयर को पसंद नही करते है क्योंकि उसमे पैटर्न को समझने में समस्या होती है। वह उन शेयर में निवेश करते जिसमे सामान्य रूप से कम उछाल या गिरावट दिखती है क्योंकि इससे उनको पैटर्न को समझने में आसानी होती है

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