इस कोर्स को करने से बचे | ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने

ऐसे बहुत से सवाल है जो छात्र पूछते है की ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने, ग्राफ़िक डिज़ाइनर की भारत में क्या सैलरी मिलती है, Graphic डिजाईन एक ऐसा जॉब है, जिसकी मदद से हम किसी क्रिएटिविटी को बहुत आकर्षक बनाकर लोगो के सामने अच्छी तरह से पिरास्तुत कर सकते है आज के समय में ग्राफ़िक आर्ट्स और दृश्य का बहुत उपयोग हो रहा है.

इसीलिए ज्यादातर लोग ग्राफ़िक डिजाईन में ही अपना करियर बनाना पसंद करते है. ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने? ग्राफ़िक डिज़ाइनर का सबसे जरुरी काम यही होता है की किसी चीज को या किसी वेबसाइट, logo और बैनर आदि को सबसे अलग और बहुत आकर्षित बनाना होता है. जो भी छात्र इस कोर्स को करना चाहते वो किसी अच्छी यूनिवर्सिटी से कर सकते है और अपना अच्छा भविष्य बना सकते है.

ग्राफ़िक डिज़ाइनर सैलरी क्या होती है | Graphic Designer Kaise Bane

ज्यादातर सभी नय छात्रो का सवाल है की ग्राफ़िक डिज़ाइनर सैलरी क्या होती है, भरात में इसकी सैलरी, इस कोर्स को पूरा करके जब भी आप किसी अच्छी कंपनी में नौकरी करोगे तो आपको सुरुआत में 15 से 20 हजार रूपए तक ही मिलेंगे. और जैसे – जैसे आपका अनुभव बड़ेगा.

वैसे-वैसे आपकी सैलरी भी बढती जायेगी जैसे की 30 हजार फिर 50 हजार ऐसे ही बादते रहंगे. ग्राफ़िक डिज़ाइनर की सैलरी ग्राफ़िक डिजाईन के इस फील्ड में ऐसे ही पैसे बढते है अगार आप अच्छे से काम करते है. Graphic Desinger Kaise Bane?

Graphic Design Courses Information in Hindi

  1. Bachelor’s in Fine Arts
  2. Bachelor of Design in Graphic design
  3. Bachelor of Science in Graphic design
  4. Bachelor of Arts in Graphic Design
  5. Master of Arts in graphic design
  6. Master of Design in Graphic Design
  7. Diploma in Graphic design

आप इन सभी कोर्सेज को किसी भी अच्छे इंस्टिट्यूट से कर सकते है मैं आपको कुछ प्रसिद्ध इंस्टिट्यूट के नाम की लिस्ट देता हूँ 

  1. National Institute of Design Ahmadabad, Gujarat
  2. Industrial Design Center, IIT Bombay
  3. Department of design, IIT Guwahati
  4. Symbiosis Institute of Design, Pane
  5. Indian School of Innovation and Design, Mumbai
  6. Academy of Animation Arts and Technology, Hyderabad
  7. Delhi College of Arts, Delhi
  8. Sir JJ Institute of Applied Art, Mumbai
  9. Image Institute of Multimedia Arts and Graphic Effects, Tamil Nadu
  10. National Institute of Computer Arts, Maharashtra

ग्राफ़िक डिज़ाइनर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

अब हम ग्राफ़िक डिज़ाइन कोर्सेज की योग्यता के बारे में जान लेते है आपको ग्राफ़िक डिज़ाइनर का कोर्स करने के लिए सबसे पहले 12th में कम से कम 80% अंको से पास होना चाहिए. उसके बाद आप Bachelor, Master, Diploma Certificate Courses कर सकते है. ग्राफ़िक डिजाईन में Bachelor Course 3 से 4 Yearsका होता है और Master Degree करने के लिए आपको पास उसी स्ट्रीम में बैचलर डिग्री होनी चाहिए.

Master Degree का Course 2 year’sका होता है. Diploma  को पूरा करने की direction 1 yearतक की होती है, और certificate course की direction भी 6 महीने से लेकर 1 year तक की होती है. Master और Bachelor Degree के कोर्सेस में एडमिशन लेने के लिए Entrance Exam देना होता है. जो की नेशनल स्टैट्स लेवेल का होता है. 

Graphic Design में Career कैसे बनाये ?

यह Graphic Design me Kya Career है ग्राफ़िक डिज़ाइनर का स्कोप्लेर हर सेक्टर में है जो ऐसे कई छोटे बढे इंस्टिट्यूट है जो अपने प्रोडक्ट् या कंपनी को प्रोमोट करने के लिए visual brand तैयार कर बाते है. आप उन इंस्टिट्यूट से जुड़ कर आसानी से काम कर सकते है. जैसे- Media, Publishing, Retell, Software Industry, News Pepar and Advertising Company इसके आलावा वेबसाइट डेवलपमेंट आदि.

ग्राफ़िक डिजाइनिंग का उपयोग बहुत जगह करते है जैसे की फेसबुक, youtube और instagram के पास ही एक बेहतरीन डिजाईन नहीं होता तो यह इतना फेमस नहीं होते, एक बेहतरीन डिजाईन यूजर को आकर्षित करता है. अगर कोई व्यक्ति अपना नया बुसिनेस या कंपनी खोलता है तो उससे  ज्यादा से ज्यादा यूजर को जोड़ने का काम करने के लिए एक अच्छे ग्राफ़िक डिज़ाइनर की जरूरत होती है. Graphic Designer Kaise Bane?

Graphic Design me Kya Career यदि आपकी रूचि डिजाइनिंग में है तो कैरियर के लिए यह विकल्प आपके लिए सही है हां यह सच है की इस फील्ड में बहुत ज्यादा कम्पटीशन है लेकिन अगर आप डिजाइनिंग में काफी माहिर है तो आपको बिलकुल चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है. आप किसी भी फील्ड में चले जाओ लेकिन आपको दूसरो से आगे निकलना पड़ेगा.

Graphic Designer का क्या काम होता है?

  • जब भी कोई क्लाइंट अपना प्रोजेक्ट देता है तो हमारा फर्ज बनता है की उनके प्रोजेक्ट की आवश्यकताओं की पूर्ति करें, उसके लिए आपको क्लाइंट से बात-चित करे उसके आईडिया को सुने और अच्छे से समझने के बाद फिर एक बेहतरीन डिजाईन बनाकर अपने क्लाइंट को दें.
  • क्रिएटिव तरीके ढूंढकर काल्पनिक डिजाईन को एक अच्छे कागज पर बना लें इससे आपको अपने क्लाइंट या फिर कंपनी के दूसरे डिज़ाइनर को समझाने में कोई भी समस्या नहीं होगी. और फिर उस डिजाईन को क्लाइंट देखकर सहमत हो जाने के बाद फिर आपको tool की मदद से कंप्यूटर में बनाये.
  • आपको समय के अनुसार रिसर्च करते रहना है कि मार्किट में अभी क्या चल रहा है इससे हमेशा आपका डिजाईन नया रहगा
  • आपको अपने ऑफिस के ग्राफ़िक डिज़ाइनर साथिओं के साथ अपने प्रोजेक्ट के बारे में चर्चा करना और अपनी जानकारी को एक दूसरों के साथ साझा करना, जिससे आपका प्रोजेक्ट एक दम परफेक्ट बने
  • ग्राफ़िक डिजाईन एक ऐसी प्रक्रिया है जो समय के साथ बदलती रहती है आपको प्री-प्रोडक्शन और पोस्ट-प्रोडक्शन के अलग-अलग तरीको से काम करना होगा क्लाइंट की मांग के अनुसार आपको उनके प्रोजेक्ट में बदलाओं करने होंगे.
  • एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर को आकर्षित पात्र, पोस्टर, बैनर, मुल्टीमीडिया, समाचार, इन्फोग्राफिक्स, पोस्टकार्ड, मल्टीमीडिया वीडियो जैसे ब्रांडिंग सामग्री को डिजाईन करना होता है.

ग्राफ़िक डिजाइनिंग में क्या सिखाया जाता है?

अब हम आपको बताने बाले है की ग्राफ़िक डिजाइनिंग में क्या सिखाया जात है लेकिन डिजाईनइंग में बहुत सारे modules होते है जिनका आपको सामना करना होता है निचे आपको कुछ निम्नलिखित modules दिए गय है जिनको आप सीखेंगे.

  • Business card designing
  • Logo and Identity designing
  • Advertisement Poster
  • Promotion designing
  • Brochure, Books
  • Notebooks cover designing
  • Website layout Designing
  • Magazine cover and Pages design

इन modules के साथ में आपको डिजाईन करने के तरीको को सीखना होता है आपको एक अच्छा डिज़ाइनर बनने के लिए क्या करना होगा? उसके लिए क्या करना होगा उसके लिए निचे कुछ जरुरी जानकारी दी है जिन्हें आपको सीखना जरुरी है…

  • आपको अनेक प्रकार के logo Wordmark, Lettermark, Symbolic/Pictorial mark Abstract mark, combination, Emblems
  • एक अधिंक आकर्षिक डिजाईन बनाने के लिए रंग का सही चुनाव करना बहुत जरुरी होता है.
  • टाइपोग्राफी क्या होता है? और इससे डिजाईन को आकर्षिक बनाने के लिए इसका उपयोग किस तरीके से किया जाता है.
  • शब्दों और रंगों का सही तरीके से उपयोग करना जाने.

ग्राफ़िक डिजाईनिंग के फिल्ड में कुछ साल का अनुभव लेने की बाद ऐसे में ज्यादातर ग्राफ़िक डिज़ाइनर किसी 1 module या 2 module का ही चुनाव करते है और उन्ही Category में लगे रहते है जिससे वह काफी माहिर हो जाते है.

ग्राफ़िक डिज़ाइन कोर्सेज फीस

अब जान लेते है की ग्राफ़िक डिज़ाइन कोर्सेज फीस क्या होती है ग्राफ़िक डिज़ाइन कोर्सेज फीस इसके लिए छात्रों को Entrance Exam देना होता है. ग्राफ़िक डिज़ाइन कोर्से फीस, इसकी अनुमति से फीस 10000 से 50000 तक होती है. एडमिशन के लिए एग्जाम  पास करना होगा. Graphic Desinger Kaise Bane?

Graphic Design History in Hindi

ग्राफ़िक डिजाईन की हिस्ट्री जान लीजिये. 19 वीं और 20 वीं शताव्दी के आखिर में, advertisement agencies, बुक पब्लिशर और पत्रिकाओं ने आर्ट दिरेक्टेर को निउक्त किया. जिन्होंने संचार के सभी द्रश्य एलेमेंट्स को व्यवस्थित किया. 1922 के टाइपोग्राफर विलियम ए. बिकास ने बढाते हुए area की पहचान करने के लिए उपयोग में आने बाली डिजाईन का उपयोग किया जाता है

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