What is Earning Per Share in Hindi | EPS कैसे निकाला जाता हैं

इस लेख में हमने आपको बताया है की EPS क्या होता है, Earning Per Share In Hindi, EPS का फुल फॉर्म क्या है, EPS फुल फॉर्म Earning Per Share होता है. ये retio 1 शेयर के पीछे हो रही कमाई को बताता है.

Example – जैसे की X कंपनी है उसके टोटल शेयर 100 है और 500 रुपय का एक शेयर है तो वह 1 शेयर से 1 वर्ष में 5 रूपए कमाती है कंपनी का EPS 5 रूपए हो गया, जिसे हम ईपीएस कहते है.

जब कंपनी का ईपीएस अधिक होगा तो उतना ही अच्छा माना जाता है.

EPS = Net Income ÷ Average Number of Shares Outstanding

EPS कैसे निकाला जाता हैं – Earning Per Share Formula

यदि कोई कंपनी है उसका net profit 2022 में 100 cr है और इस वर्ष में 5cr preferred dividend दिया है और कंपनी की Average Outstanding Common Share 10cr है. तो इस कंपनी का ईपीएस 2022 में 9.5 रूपए हो जायगा. 100cr – 5cr = 9.5 रुपय Preferred Dividends = 5cr

Average Outstanding Common Shares = 10cr

EPS = (100cr – 5cr) ÷  10cr = 9.5

एक बात ध्यान रखे प्रतेक कंपनी Preferred Dividends नहीं होता है ऐसे में ईपीएस निकलने के लिए हमें कंपनी के net profit को Average Number Of Share Outstanding से से डिवाइड कर देते है जिससे ईपीएस निकल कर आ जायगा.

कंपनी का EPS और Outstanding Shares  से उल्टा सम्बन्ध होता है. मतलब की जब भी कंपनी के Outstanding Shares  बढेंगे तो EPS घटेगा. जब Outstanding Shares  घटेंगे तो EPS बढेगा.

बहुत सी कंपनी शेयर का बायबैक भी करती है जिससे मार्किट के total Outstanding Shares  कम हो जाते है और फिर ईपीएस बड़ जाता है.

EPS कितने प्रकार का होता है?

Earning Per Share 2 प्रकार से होते है

1. Basic Earning Per Share क्या होता है :

बेसिक EPS से हमें पता लगता है की कंपनी का 1 शेयर मार्किट में कितनी कमाई कर रहा है.

2. Diluted EPS क्या होता हैं?

Diluted EPS कंपनी के इनकम स्टेटमेंट में देखने को मिलता है. कई बार तो कंपनी के दोवारा convertibles share को जारी करते है. इस Convertible Shares को common share में convert काराया जाता है.

जैसे की Convertible bonds & Debentures , Stock warrants  Employee स्टॉक ऑप्शन आदि.

Diluted EPS फार्मूला –

Diluted EPS = ( Net Income − Preferred Dividends ) ÷ End-of-Period Common Shares Outstanding + Convertible Shares 

Example – चलिए अब इस तरह से समझते है –

  • नेट प्रॉफिट – ₹50000
  • Preferred डिविडेंड –₹10000
  • कॉमन शेयर्स – 1000
  • Convertible Shares – 200

Diluted EPS = (₹5,0000 – ₹10000) ÷ (1000+200) = 3.3

 EPS का क्या उपयोग है (Earning Per Share in Hindi)

EPS कंपनी की कमाई को बताता है.

इन्वेस्टर का कहना है की अधिक EPS बाले शेयर को चुने.

कंपनी का PE Ratio को निकालने के लिए EPS का उपयोग होता है.

कंपनी का बिज़नस किस तरह से कार्य कर रहा है ये EPS मदद से जान सकते है.

Earning Per Share In Hindi

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