बीज से पौधा कैसे बनता है | उन्नतशील बीज के प्रकार

बीज से पौधा कैसे बनता है इस बारे में आपको पूरी जानकारी मिलेगी –

बीज से पौधा कैसे बनता है- हम आपको बता दें की बीज से पौधा बनता है और बीज पौधे का ही एक हिस्सा है कृषि वैज्ञानिक अलग-2 फसलों के बीज तैयार करते है और उसके बाद ही किसानों को सही बीज मिल पाता है उस ही बीज को ही किसान अपने खेतो में बोता है और फसल के पक जाने पर कटाई – मड़ाई तथा ओसाई करके फसल को हासिल करता है.

बीज को अनाज के संदर्भ में दाना भी कहा जाता है. बीज बोने के काम आता है तथा दाना ( अनाज ) खाद्य पदार्थ के रूप में प्रयोग किया जाता हैं, बीज निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं-

साधारण बीज क्या है | उन्नत बीज क्या है

साधारण बीज – (साधारण बीज क्या है) इस बीज को किसान स्वयं तैयार करता है. इसे ‘ कृषक बीज ‘ के नाम से भी पुकारा जाता है.

उन्नतशील बीज – (Unnat Bij Kya Hai) इस तरह के बीज वैज्ञानिकों द्वारा रात – दिन के शोध के बाद अत्यधिक परिश्रम से तैयार किए जाते हैं. वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए उत्तम किस्म के बीजों को किसान के पास पहुँचने में लगभग लगभग चार से पाँच साल तक का समय लग जाता है.

वर्तमान फसलों में से अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए ज्यादा से ज्यादा उपज देने वाली किस्मों के उत्तम बीजों का प्रयोग किया जाता है. फसल उत्पादन में बीज का महत्त्वपूर्ण स्थान है. उपजाऊ भूमि, शुभ जलवायु तथा उर्वरकों की पर्याप्त मात्रा सही समय में देने के बाद भी कम सीमा के बीजों से हम ज्यादा – से – ज्यादा पैदावार हासिल नहीं कर सकते.

उत्तम श्रेणी के बीज कुछ ज्यादा महँगे अवश्य होते हैं लेकिन नया कृषि का यह सबसे सस्ता निवेश है. यह आवश्यक है कि उन्नत किस्मों के उत्त्म बीज किसानों को प्राप्त हों जिससे वे फसलों की ज्यादा – से – ज्यादा उपज प्राप्त कर सकें. गेहूँ , जौ , चना , मटर , ज्वार व बाजरा आदि अनाज भोजन के प्रमुख स्रोत हैं. “बीज से पौधा कैसे बनता है”

हम इनके बीजो को ही बोकर अगले साल के लिए बीज व दाने पैदा किए जाते हैं. सभी फसलों के लिए बीज का ही प्रयोग नहीं किया जाता है जैसे गन्ना व आलू को तैयार करने के लिए इनको काटकर प्रयोग किया जाता है. गन्ने व आलू के यही कटे हुए भाग बीज का कार्य संपन्न करते हैं इस तरह से यह प्रक्रिया हर वर्ष लगातार चलती रहती है.

उत्तम बीज का उपज एक बहुत कठिन वैज्ञानिक प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया में मिट्टी, प्रकाश, वर्षा, तापमान तथा नमी आदि का विशेष प्रभाव पड़ता है. अतः किसी प्रजाति के समस्त गुणों के प्रदर्शित होने तथा अधिकतम उपज प्राप्त करने के लिए उस जाति के लिए अनुकूल जलवायु में ही उसका उत्पादन करना चाहिए.

उन्नतशील बीज के प्रकार (unnat bij ke prakar) 

जनक बीज– (Breeder seed)

आधार बीज– (Foundation seed)

प्रमाणित– (Certified Speed)

जनक बीज क्या है 

जनक बीज- (Janak Bij Kya Hai) मूल रूप में बीज की शुद्ध प्रजातियाँ जनक बीज कहलाती हैं. जनक बीज का उत्पादन कृषि विश्वविद्यालय तथा अनुसंधान संस्थानों में पादप प्रजनन विशेषज्ञों की देख – रेख में किया जाता है.

आधार बीज–  (आधार बीज किसे कहते हैं) सामान्य रूप से जनक बीज की संतान को आधार बीज कहते है. जनक बीज को विश्वविद्यालयों, निगमों द्वारा विशेषज्ञों की देख – रेख में खेत में उगाकर उनका उत्पादन प्राप्त किया जाता है. इस बीज को शुद्ध करके आधार बीज तैयार किया जाता है.

प्रमाणित बीज – (प्रमाणित बीज क्या है) आधार बीज से तैयार होने वाले बीज को प्रमाणित बीज कहते हैं. आधार बीज कृषि विशेषज्ञों की देख – रेख में खेतों में बड़े पैमाने पर पैदा करके पूरा करने के पश्चात् प्रमाणित बीज तैयार किया जाता है. यही बीज सरकारी गोदामों या लाइसेंस प्राप्त बीज की दुकानों में बुवाई हेतु मिलता है.

सर्वप्रथम सन् 1957 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ‘ ने रॉक फेलर फाउंडेशन के नेतृत्व में प्रथम अखिल भारतीय मक्का सुधार व्यवस्था योजना प्रारंभ की थी. इस प्रकार भारत में फसलों के सुधार का प्रचंड कार्यक्रम शुरू हुआ. सन् 1960 में ज्वार सुधार संघटित परियोजना प्रारंभ हुई.

सन् 1961 में मक्के की चार संकर किस्में तैयार की गईं. इसके पश्चात् सन् 1964 तथा सन् 1965 में क्रम से ज्वार व बाजरा की संकर किस्में तैयार हुईं. सन् 1965 में अखिल भारतीय गेहूं सुधार संघटित योजना प्रारंभ की गई. गेहूँ के बौनी किस्मों का विकास इसी परियोजना की प्रस्तुति है.

Image

janak bij kya hai
जनक बीज क्या है | प्रमाणित बीज क्या है

विभिन्न प्रकार के बीज जैसे की – (मटर, गेहूं, मक्का, धान, चना, जौ, राजमा और मूंग) बीज से पौधा कैसे बनता है?

उन्नतशील बीजों के लक्षण 

  1. उन्नतशील बीजों की उत्पादन क्षमता अधिक होती है.
  2. इन बीजों में अंकुरण लगभग शत – प्रतिशत होता है.
  3. उन्नतशील बीज रोगों से मुक्त होते हैं.
  4. इन बीजों में खरपतवार के बीज सामान्यतः नहीं पाए जाते हैं.
  5. ये बीज पूर्णरूप से पके तथा चमकदार होते हैं.
  6. ये बीज स्थानीय परिस्थितियों के शुभ होते हैं.
  7. उन्नतशील बीज अधिकतर शुद्ध होते हैं. किसान को उन्नतशील बीज मिलने के कारण पैदावार में काफी अच्छी बढ़ोतरी हुई है. धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, अरहर और गेहूँ के उन्नतशील बीज अब उचित मात्रा में उपलब्ध होने लगे हैं.

उन्नतशील बीजों के बारे में जानने योग्य मुख्य बातें-

  1. कभी भी बहुत अधिक पुराने बीज का खेत में प्रयोग नहीं करना चाहिए.
  2. सदैव अधिक अंकुरित होने वाले बीजों का ही प्रयोग करना चाहिए.
  3. अधिकतर उन्नतशील बीज, बीज भंडार से ही खरीदना चाहिए.
  4. अच्छी उपज प्राप्त करने के लिए प्रत्येक वर्ष नये बीज का उपयोग करना चाहिए.
  5. प्रत्येक क्षेत्र के लिए मजूर किया हुआ बीज का ही प्रयोग करना चाहिए.

उन्नतशील बीज व साधारण बीज की तुलना

उन्नतशील बीज व साधारण बीज की तुलना (unnat sil bij v sadharan bij ki tulna) बीज से पौधा कैसे बनता है?

उन्नतशील बीज-

  1. उन्नतशील बीज चमकदार एवं आकार में थोड़े बड़े होते हैं.
  2. इनकी अंकुरण क्षमता लगभग शत – प्रतिशत होती है.
  3. इन बीजों में बीमारी लगने की सम्भावना बहुत कम रहती है.
  4. इन बीजों की पैदावार अधिक होती है.
  5. इनसे उन्नत फसलें साधारणतः खरपतवार से पूरी तरह मुक्त होती हैं.
  6. उन्नतशील बीज थोड़े महँगे होते हैं.

2.2 साधारण बीज-

  1. साधारण बीज रंग एवं आकार में लगभग सामान्य होते हैं.
  2. इनकी विकास क्षमता बहुत कम होती है.
  3. इनमें बीमारी लगने की संभावना बहुत अधिक रहती है.
  4. बीजों में पैदावार बहुत कम होती है.
  5. इन बीजों में खरपतवार बहुत होते हैं.
  6. साधारण बीज सस्ते मिलते हैं.

प्रश्न के उत्तर- बीज से पौधा कैसे बनता है?

  1. जनक बीज का उत्पादक किसके दवारा किया जाता है?

Ans.- विशेषज्ञों द्वारा

  1. संकर बीज का प्रयोग कितनी बार किया जाता है?

Ans.- बार-बार

  1. साधारण बीज किसे कहते है?

Ans.- कृषक बीज

  1. आधार बीज किसकी संतति है?

Ans.- जनक बीज की

लोगों के पूछे जाने वाले सवाल –

छोटे से बीच में इतना बड़ा पौधा कैसे बनता है?

बीज से पौधा बनने की प्रक्रिया

बीज का निर्माण कैसे होता है?

छोटे से बीज से इतना बड़ा पौधा कैसे बन जाता है?

बीज का निर्माण कैसे होता है?

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